परमात्मा



परम   आत्मा - परमात्मा 
का   विग्रह   है    आत्मा 
आत्मा का जोड़ परमात्मा 
आत्मा    का    विकसित 
रूप     है      परमात्मा ।


आत्मा     प्राण  पदार्थ का 
पदार्थ  का गुण  है  आत्मा 
नष्ट    होता     है    पदार्थ 
नष्ट    होती    है    आत्मा 
भ्रम   है    अमर    आत्मा 


प्राण   ऊर्जा   पदार्थ   का 
पदार्थ  है आधार प्राण  का 
विकसित  होते  एक  साथ
शरीर      और    प्राण   हैं
अलग   मानना    भ्रम  है ।


जीवन    मृत्यु    साथ   है 
खोज के साथ पागलपन है 
प्रेम और  वासना  साथ  है 
प्रारंभ    अंत     साथ   है 
अलग नहीं  हो  सकते  हैं ।


गॉड   गुड  सुंदर  भला  है
फिर   शैतान बुरा क्यो है ?
प्रेम  देखता   रूप   सौंदर्य 
कुरूपता देखती वासना  है 
केवल     यह    दृष्टि    है ।


सृष्टि     और    प्रलय  दोनों
प्रकृति    के   दो    रूप   हैं 
निर्माण    और   विनाश   की 
क्रमिक  भौतिक   प्रक्रिया  है 
चमत्कार   देखना   भ्रम   है ।


पदार्थ   शुद्ध   और  पवित्र  है 
इससे     निर्मित     सृष्टि    में 
एक   क्रमबद्ध     विधान    है 
कण - कण   में     व्याप्त   है 
यह   ऊर्जा    ही   भगवान  है ।


मानवों     की     कल्पनाशक्ति
विशाल    और    असीम    है 
कल्पना    से      ही    निर्मित 
ज्ञान      और      विज्ञान    हैं
काव्य    और    महाकाव्य  हैं ।


प्रेम      और     सौंदर्य    ही 
परमात्मा  के     स्वरूप   हैं
लयबद्ध   सर्वर   वाद्य    सभी    
एक    साथ   बज    रहे    हैं 
यह  ध्वनि   ही  परमात्मा  है ।

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