हुंकार

लाल   झंडा  है  खतरे   में,
कामरेडो  कमान   संभालो।
विचारों  की  शानज्ञ चढ़ाकर,
संगठन का हतिहार उठा लो।

मिलता  नहीं राशन किरासन,
इसको  कहते   हैं  सुशासन,
मिहनतकश की आवाज बनो
इन झूठों का राज्य  हटा  दो। 

जब  क्रांति   की  ज्वाला में,
दारू  की   भट्टी  जला  दो।
सड़ी   लाश   कांग्रेस   की
फिर  नहीं  गद्दी   लेने   दो।

हिंदू    मुस्लिम   दोनों  को
गले  से   गले   मिलने  दो।
खोटा   सिक्का  जाति  की
अब  ना   उसे  चलने   दो।

कांग्रेस  देखा भाजपा  देखा
घोटाला - महाघोटाला देखा
अब कम्युनिस्टों को आने दो
लाल   झंडा   फहराने   दो

लाल  झंडा  है   खतरे  में,
सब  मिलकर  हुंकार उठो।
लेनिन  ने   ललकारा   है
सारा   संसार  तुम्हारा  है

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