नाव डूब रही है



उठो मांझी नाव डूब रही है
नाव में भरी है साझी शहादत
आजादी और साझी विरासत
शानदार परंपरा टूट रही है
उठो माझी नाव डूब रही है


संप्रदायिकता के भंवर में
नाव तुम्हारी फंस गयी है
विदेशी दलालों के लहरों में
देश की संप्रभुता बह रही है
उठो मांझी नाव डूब रही है


उठो मांझी पतवार संभालो
राजनीति लग्गी दिशाहीन है
अपराध और आतंकी वर्षा से
लोकतंत्र की नाव डूब रही है
उठो मांझी नाव डूब रही है


प्रतिक्रियावादी जातीय उन्माद का
अविवेकी तूफान उठा रहा है
शराब , लूटपाट , हत्या की
एक नयी दुनिया बन रही है
उठो माझी नाव डूब रही है


साहित्य , संस्कृति , अभिव्यक्ति की
 आजादी पैरों से रोंदी जा रही है
मिलकर पतवार चलाओ मांझी
प्रकाश की किरणें जाग रही हैं
उठो मांझी नाव डूब रही है

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