विकास



तीन देव महादेव, ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं ,
तीन मॉडल राज्य गुजरात, महाराष्ट्र और बिहार हैं ।
तीन वाद संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद और जातिवाद हैं ,
सभी चुन लो, मान लो यह भारत के आदर्श हैं ।


परधर्मी सभी मुस्लिम और ईसाई मलेच्छ हैं ,
 मलेच्छों का होता जहां संहार उसे गुजरात कहते हैं ।जहां बनता नैनो कार, पूंजीपतियों का होता सत्कार
होता अग्नि यज्ञ वहां गरीबों की झोपड़ियां जलती है।


कहते हैं बाल ठाकरे और राज ठाकरे बोल रहे हैं ,
अंग्रेजी है संपर्क भाषा, हिंदी कामचलाऊ हैं ।
बोलो मराठी,पढ़ो मराठी, राष्ट्रभाषा कौन है ?
भागो बिहारी, हिंदी भाषी, तेरा देश कहां है ?


जाति की गर्म हवाएं बहती हैं जहां उसे बिहार कहते है ,
यहां हर जाति के नेता है, हर जाति के वोट बैंक हैं ।
यहां डपोरशंखी सरकार है, आश्वासन का भंडार है,
सोने की डलिया में पैकेज की भीख मांग रही है ।


मेधावी हैं लोग यहां देश के कोने कोने में जाते हैं ,
अपने राज्य के विकास संदेशों को फैलाते हैं ।
गांव - गांव में यहां शराब की दुकानें खुल रही हैं ,
यहां के लोग जबर्दस्त हैं ,पस्त है फिर भी मस्त हैं ।


अगर देखो बगल देखो , देखो चहुं ओर ,
 हो रहा विकास भैया विकास हो रहा है ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रामधारी सिंह दिनकर कविताएं संग्रह

मेसोपोटामिया सभ्यता का इतिहास (लेखन कला और शहरी जीवन 11th class)

आंकड़ों का सारणीकरण तथा सारणी के अंग Part 2 (आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण) 11th class Economics