लोरी
सो जा सो जा मेरे लाल,
कि आयी री निंदिया झुरमुट से ।
पवन हिंडोले चढ़कर आयी,
संग में मृदु पराग है लायी ।
भृंग दल इसके संगी - साथी,
कि आयी रि यह गुंजन के मिस से
सो जा सो जा मेरे लाल,
कि आयी री निंदिया झुरमुट से ।
बादल ऊपर सेज बिछी है,
रानी सोयी, राजा सोया,
पलना पर ललना है सोया
आंखों में है सपना खोया
मां की ममता सुला रही है
कि आयी री वह हृदय कोर से ।
सो जा सो जा मेरे लाल,
कि आयी री निंदिया झुरमुट से ।
थपकी दे दे मां सुला रही है,
अपना मन भी बहला रही है ।
आ री निंदिया आ री आ
मेरे लाल को सुलाती जा ।
जल्दी सो जा मेरे लाल,
कि आयी री निंदिया स्नेह धार से
सो जा सो जा मेरे लाल
कि आयी री निंदिया झुरमुट से ।
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