देखता रहता हूं ( कविता )
तुम आती हो या जाती हो
तुम हंसती हो या गाती हो
तेरी छाया से भी प्यार करता हूं
तुझे देखता तो देखता रहता हूं
तुम मेरे नयनों में बसती हो
मैं तेरे नयनों में बसता हूं
जी चाहता है कि बाहों में भर लूं
तुझे देखता तो देखता रहता हूं
तेरी आंखों ने दिल चुरा लिया
मैंने तुझे आंखों में भर लिया
प्यार करता रहूंगा प्यार करता हूं
तुझे देखता तो देखता रहता हूं
मां पुत्र को प्यार करती है
पत्नी पति को प्यार करती है
भाई बहन को प्यार करता है
मैं भी तुझको प्यार करता हूं
तुझे देखता तो देखता रहता हूं
मैं भी तुझको प्यार करता हूं
हर प्यार की एक सीमा होती है
कृष्ण राधा को प्यार किया था
सीमा में रहकर मैं भी प्यार करता हूं
तुझे देखता तो देखता रहता हूं
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