पढ़ाई – लिखाई


पढ़ाई – लिखाई की अपेक्षित
पड़ती है हर एक मनुष्य को
पढ़ाई- लिखाई हम सबों को
पहुंचाते गम्य, गंतव्य पर हमे ।

पढ़ाई- लिखाई की दौड़ में
आज जो अनपढ़ रह गया
वह अपने इस जिंदगी में
खाते फिरेंगे समाघट, ठेस ।

पढ़ाई-लिखाई के बिन आज
चपरासी की भी नौकरी हमें
कभी भी ना मिल सकती है
इसके मांगती अनुपेक्ष्य ज्ञान ।

पढ़ाई लिखाई आज जो करता
उसका आने वाला कल हमेशा
करता रहता जगमग खुशियों से
पढ़ाई -लिखाई जीवन की उम्मीद ।

अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार

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