सैनिक


सैनिक है हमारा रक्षक, 
जो मातृभूमि की सेवा में,
अपना सर्वस्व लुटा देते हैं,
एक सलाम उन सैनिक के नाम।

स्वयं  की नींदों को त्याग वह,
देते हमें चैन की नींद,
स्वयं संकट में रहकर वह, 
रखते हुए संकट से मुक्त,
एक सलाम उन सैनिक के नाम।

देश की रक्षा करने को,
अनेक वीरों ने गवाएँ प्राण,
वीरों के बलिदान के बदौलत ही,
ले रहे आज हम स्वतंत्रता की साँस,
एक सलाम सैनिक के नाम।

अपनी माँ को छोड़ सैनिक,
मातृभूमि को अंगीकारना ही,
प्रथम कर्तव्य अवगमन है अपना,
एक सलाम उन सैनिक के नाम।

भारती को आजादी दिलाने में,
सैनिक ने बलिदान दिए, 
वीर सैनिक के बलिदानों से ही,
जी रहे हैं हम जहां स्वतंत्र देश हमारा, 
एक सलाम उन शहीद सैनिक के नाम।

अपनी अन्तिम साँस तक, 
लड़ते रहते हमारी रक्षा करते रहते,
दुश्मनों के सामने सर झुकाते नहीं,
सर कटा लेते हे, 
जिससे रहते सदैव गौरवान्वित हम,
एक सलाम उन सैनिक के नाम।

✍️उत्सव कुमार वत्स
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रामधारी सिंह दिनकर कविताएं संग्रह

आंकड़ों का आरेखी प्रस्तुतीकरण Part 3 (आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण) 11th class Economics

मेसोपोटामिया सभ्यता का इतिहास (लेखन कला और शहरी जीवन 11th class)