भारतीय युवा


जब- जब कोई मातम छाते
भारतीय युवा सम्मुख आते
संकट को कुचल डाल कर
प्रीति से रहते भारतीय युवा।

भारतीय युवा वर्ग भव में
क्या से क्या न कर सकते ?
किसी भी द्वेषी में न है हिम्मत
भारतीय युवा से टक्कर लेने की।

भारतीय युवा से लोहा लेना
चाहते जल्दी न कोई जग में
ये जो चाहे वे कर सकते यहां
चाहे चाँद को लाना हो ज़मीं पे।

चाहे कैसी भी उपपाद्य आये
भारतीय युवा की होगी जय
ये समस्त खल्क भी मान रही
भारतीय युवा है कुछ खास ।

भारतीय युवा की ताकत का
संपूर्ण दुनिया मान रही है लोहा
भारतीय युवा इस पूर्ण दुनिया में
फहराती फिरती परचम है यहां पे।

अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय, बिहार

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