सैनिक


ठंडी, गर्मी हो या बरसात
रहते सीमा पर तैनात
खुद अपनी नींदों को त्याग
देते हमें चैन की नींद
वही हमारे वीर सैनिक ।

जब- जब देश पर संकट छाते
डटे रहते दुश्मन के बीच
अपने प्राणों को न्यूछावार कर
करते हमारी रक्षा हैं
वही हमारे वीर सैनिक ।

अपने परिवारों को छोड़
अपनाते अपने देश परिवार
अपनी मां वो को छोड़
अपनाते अपनी धरती मां
वही हमारे वीर सैनिक ।

सिर्फ लड़कियां ही नहीं
छोड़ती अपनी घर हैं
लड़के भी छोड़ते अपने घर
दूर सीमा पर रहते तैनात
वही हमारे वीर सैनिक ।

सीने में देशभक्ति की जुनून
रखने वाले हमारे वीर
उन्हीं की शहादत से
लेते हम चैन की सांस
वही हमारे वीर सैनिक ।

अमरेश कुमार
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय बिहार

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रामधारी सिंह दिनकर कविताएं संग्रह

मेसोपोटामिया सभ्यता का इतिहास (लेखन कला और शहरी जीवन 11th class)

आंकड़ों का सारणीकरण तथा सारणी के अंग Part 2 (आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण) 11th class Economics