बचपन की यादें


बचपन में दस्तावेज के
पोत बनाकर उड़ाना
उड़ाकर सानंद होना
वो बचपन की यादें…
बहुत याद आती है ।

बचपन में चौमासा होने पर
नैया बनाकर वाः में डालना
और खुश होकर उछलना
वो बचपन की यादें…
बहुत याद आती है ।

क्या वो, बाल्यपन था जब
दो देउँगली को मिलने से
हमारी सुह्रद हो जाती थी
वो बचपन की यादें…
बहुत याद आती है ।

बचपन में गुरुकुल जाते वक्त
एक रुपया मां, पापा से मांगना
मिलने पर झूमते हुए जाना
वो बचपन की यादें…
बहुत याद आती है ।

बचपन में विद्यापीठ न
जाने की इच्छा होने पे
तो भी जाना पड़ता था
वो बचपन की यादें…
बहुत याद आती है ।

अमरेश कुमार वर्मा
जवाहर नवोदय विद्यालय बेगूसराय बिहार

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