जीवन का प्रादुर्भाव


सौर निहारिका की अभिवृद्धि से ,
हुआ  हेडियन पृथ्वी का निर्माण ।
आर्कियन युग  का  आविर्भाव ,
हुआ  जीवन  का   प्रादुर्भाव ।

हीलियम व हाईड्रोजन संयोजन से ,
सूर्य नक्षत्र  का  आह्वानक्ष  हुआ ।
कोणीय आवेग के प्रतिघातों  से ,
हुआ व्यतिक्रम  ग्रहों  का  निर्माण ।

ग्रह - उपग्रह  का  उद्धरण  आया ,
आया  गुरुत्वाकर्षण  का  दबाव ।
ज्वालामुखी सौर वायु के उत्सर्जन से ,
हुआ  वातावरण  का   प्रसार ।

संघात सतह  मेग्मा  का  परिवर्तन ,
किया मौसम - महासागर का विकास ।
लौह प्रलय के प्रक्रिया विभेदन से ,
ग्रहाणुओ से स्थलमंडल का विकास ।

अणुओं रासायनिक प्रतिलिपिकरण से ,
मिला जीवाणुओं से जीवन का आधार ।
आवरण  संवहन  के  संचालन  से ,
हुआ  महाद्वीप प्लेटों  का  निर्माण ।

एक कोशिकीय से बहु कोशिकीय बना ,
वनस्पति से मानव का विकास हुआ ।
संस्कृतियां  आई  सभ्यताएं आई ,
है  मिला विश्व जगत  का  सार ।

संप्रदायों  के  परिचायक एकता  से ,
मिला  टेक्नोलॉजी  का  आधार ।
राजतांत्रिक  से  लोकतांत्रिक  बना ,
हुआ  मानव  कल्याण  का  विकास ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रामधारी सिंह दिनकर कविताएं संग्रह

मेसोपोटामिया सभ्यता का इतिहास (लेखन कला और शहरी जीवन 11th class)

आंकड़ों का सारणीकरण तथा सारणी के अंग Part 2 (आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण) 11th class Economics