कहां ओझल
आमद पुनः पुनः कहां ओझल
भव दीवा क्षीर तम नीर
पपीहे पिक रीछ भव सार
खोजूँ मैं विरह वेदना तीर
उद्विग्न हिय अरुक्ष कली
आणविक शून्यता अतल रोध
तुङ्ग अब्दि इन्दु तत्व ओज
आसव प्लावित चित्त निवृति
अँगना अङ्गना रम्य जोन्ह
अशक्त असक्त अनल अनिल
दीर्घ उद्दीप्त कृति कीर्त्ति
अलि भोर विहग रति कूजन
मरीची मरीचि वल उडु ओज
करील करिल-सा उपरक्त उपरत
आसत्ति आसक्ति अभेद अजिर
विभोर यति यती पुष्कल-सा विरद
तरणि दामन तरणी प्रवाह
आधि आर्त अगम झल-सा
मृदु कल्पनातीत चरम चाव अलिक
अत्युग्र अश्म-सा हयात धार
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