भारत को आजादी प्राप्त करते हुए भी देखा है


ईस्ट इण्डिया कम्पनी के आगमन से
 बङ्गाल को अधीन होते हुए भी देखा है 
सिराजुद्दौला मीर कासिम टीपू सुल्तान को 
वीरगति प्राप्त करते हुए भी देखा है

 अठ्ठारह सौ सत्तावन की क्रांति में 
वीर वीराङ्गना को कुर्बानी होते हुए भी देखा है
लक्ष्मी बाई मङ्गल पाण्डे तात्या टोपे की बलिदानी 
को प्राप्त करते हुए भी देखा है

कोलकाता सूरत लखनऊ लाहौर कराची की अधिवेशनों को भी होते हुए भी देखा है
गान्धी नेहरू सुभाष अम्बेडकर के मार्गदर्शन पर लोगों को चलते हुए भी देखा है

गरम दल नरम दल के राष्ट्रीय आन्दोलनों में भी 
सङ्घर्ष और अन्तर्सम्बन्ध होते हुए भी देखा है
खिलाफत असहयोग सविनय अवज्ञा और भारत छोड़ो
आन्दोलनों से देश को आजाद प्राप्त करते हुए भी देखा है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रामधारी सिंह दिनकर कविताएं संग्रह

मेसोपोटामिया सभ्यता का इतिहास (लेखन कला और शहरी जीवन 11th class)

आंकड़ों का सारणीकरण तथा सारणी के अंग Part 2 (आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण) 11th class Economics