कोविद 19 का सकंट विद्यार्थियो का खंजर भविष्य
कोविद 19 का सकंट विद्यार्थियो का खंजर भविष्य बन रहा हैं।पूरे देश मे कोरोना का सकंट भयावह स्थिती मे हैं।दिनानुदिन लोग इसके चपेट मे आ रहे हैं।यथाशक्ति सरकार का प्रयास भी नाकाम होता जा रहा हैं।हर घड़ी देश का सकंट बदतर होता जा रहा है।मजदूर वर्ग क्षुधातुर का शिकार हो रहे हैं।इस वर्ग शाश्वत शोकदग्ध होने मे विवश हैं।मार्गव्यय भी सरकार के अपने खाते मे जा रहे है बल्कि मजदूर का सेवा देने का योजना भी सिर्फ कागज मे सिमट कर रह जाती हैं।
विद्यार्थियो का भविष्य भी इस कोरोना के वैश्विक महामारी मे फँसी हुई हैं।विद्यालय,विश्वविद्यालय और महाविश्वविद्यालय भी कोरोना के कारण बंद हैं।विद्यार्थियो का कीमती समय नाश होता जा रहा हैं।विद्यार्थियो का भविष्य भी अपने पाँव मे कुल्हाड़ी मारने जैसा हैं।कोरोना का सकंट विद्यार्थियो के लिए आँखो का काँटा हो गया हैं।
इसका सकंट ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थीयो को भोगना पड़ेगा।पढ़ाई मे कमजोर होता जा रहा है इसका जिम्मेदारी मे हमलोगो को आगे आना होगा।हमलोगो को सतत् प्रयास करना होगा कि हमे सरकार से अनुरोध करना चाहिए कि विद्यालय को जल्द से जल्द खोला जाए।
धन्यवाद,
लेखक-वरूण कुमार
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