फूल के दो क्यारी
फूल के मनोहर तस्वीर
कितनी सुंदर कितनी सुरभि
सबसे न्यारी सबसे प्यारी
कहीं लाल तो कहीं बैंगनी
यही है प्रकृति का प्रेम
कुदरत का इंद्रियग्राह्यी
पेड़-पौधों की शान हैं
प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक
वीरों की गाती गाथा
जहां व्यष्टी का है शहादत
हिमकत व कवि का इल्म
संप्रदायों का भी स्तत्व हैं
हैं वित्तीय विपणन में महत
संस्कृतियों के यही धरोहर है
मिलिन्दी की यही दिलकशी
आदितेय का है महबूब
कीट व जीव का है समागम
है व्याधि का उपचार
जहां पुष्पण की प्रक्रिया है
यही फूल की हैं दो क्यारी
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