राम आयो हमारे अवध में
राम आयो हमारे अवध में
चारों ओर खुशियां लायो
दशरथ के आंखों का तारा
रघु के सूर्यवंशी कुल कहलायो
राम आयो हमारे अवध में
मानव की मर्यादा लायो
शांति का दर्शन दिलवायो
गुरु वशिष्ट की शिक्षा से पूर्ण
वहीं विश्वामित्र की युद्ध कौशल
राम आयो हमारे अवध में
मिथिलांचल में सीता के स्वयंवर से
एकल विवाह का सिद्धांत लायो
अपने पिता के वचन निभाने
सीता और भाई के संग वन को गये
राम आयो हमारे अवध में
जहां भरत के भातृ प्रेम हो
राम और सुग्रीव जैसा मित्र
मानव-वानर के संग
अधर्म पर धर्म की जीत दिलायो
राम आयो हमारे अवध में
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